चारो पिलर पर उच्चवर्णियों का कब्जा है, मतलब जनआंदोलन के सिवा कोई विकल्प नही है यही बात तो मा: वामन मेश्राम साहब देश को बता रहे और जनांदोलन की तैयारी में लगे हुए है

ईव्हीएम हटाने का आंदोलन 2009 से सुरुवात अब षडयंत्रकारी ईव्हीएम का आंदोलन जनअंदोलन बन चुका है मा: मेश्राम साहब पुरे देशभर मे जाकर खुले म़च पर ईव्हीएम मशिन को वोटो की चोरी करने वाली मशिन और चुनाव आयोग को चोरोका सरदार कैहते है..बदमाश चुनाव आयेग और बिकाऊ उच्चवर्णीय मिडिया मेश्राम साहब का नाम लेनेसे भी डरता है पिछले 2004 से लगातार ईव्हीएम मे गडबडी के विरोध मे जम्मु कश्मिर से लेकर कन्याकुमारी तक और पश्चिम बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक ईव्हीएम हटाव परिवर्तन यात्रा निकाली गाव तहशिल जिल्हा राज्य देश लेव्हलपर चरण बंद आंदोलन चलाया ईव्हीएम की आर्थी निकाली पुरे देशभर मे 30 अक्टुबर 2024 को ईव्हीएम के विरोध मे भारत बंद किया..दिल्ली मे चुनाव आयोग के मुख्यालय पर लाखो लोगोकि बडी महारैली निकालकर विरोध प्रदर्शित किया.. ईसीका परीणाम यह हुआ है कि गल्लीसे लेकर दिल्ली तक ईव्हीएम हटाओ का अंदोलन अब जनअंदोलन बन गया है अब सामान्य जन भी ईस आंदोलन कै आपना मुक्ती का आंदोलन मान रहा है इसलिये अब यह आंदोलन नही जनअंदोलन बन चुका है.. जो आने वाले दिनो मे उच्चवर्णीओके चंगुलसे मुक्त होनेवाला हमारे सारे 85 कोटी बहुजनोके मुक्ती का आंदोलन जरुर साबित होगा..दटकर रहे और पुरे जोरो से ईव्हीएम के विरोधमे आपने आपने लेव्हल पर इस आंदोलन को जारी रखे जब तक ईव्हीएम इस देश से हट न जाये फक्त देश का विकास नही होगा
