क्या भारत देश में विरोधी पार्टी है? देश में क्या हो रहा है सरकार को विरोध न करने के कारण भारत देश में हर एक राज्य में 200 करोड़ से ज्यादा शराब बनाई जाती है तो पूरे देश में कितनी शराब फैक्ट्री है इसका अंदाजा करना नामुमकिन है कृषि प्रधान देश का विकास शराब फैक्ट्री से होगा प्रदूषण से होगा क्या हमारे प्रतिनिधि सो गए

एक राज्य में 200 करोड से ज्यादा की शराब बनाई जाती है पूरे देश में कितनी शराब फैक्ट्रियां हैं शराब फैक्ट्री से देश का विकास होगा देश के विकास के लिए शराब की फैक्ट्री katibandh hai बनाने वालों को आर्थिक लाभ हो सकता है जनता को कहा? जनता मरने के लिए तैयार है सरकार और भी विकास कर सकती है क्या शराब से देश का विकास होगा? लेकिन प्रदूषण फैलाने पर जुर्माना सिर्फ 12:90 लाख राजस्थान के कोटा के छरकाबांधा स्थित फैक्ट्री वेलकम distillery मैं अप्रैल से अब तक 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब बन चुकी है इस बार 20% का ग्रोथ का प्लान हैजिन राजनेताओं ने अपने खुद के लिए फैक्ट्री का निर्माण किया? छत्रपति शिवाजी महाराज के मिशन स्वराज के सपने को चुनौती दी है उन्हें स्वीकार करें किया और हमारे बराबर काम करने की चुनौती को स्वीकार करें किया उनके नाम और वो राजनेताओं ने हमारे एजेंडे को किस तरह स्वीकार किया है एजेंटदे को लागू करेंगे और हमारे एजेंडे को लागू करने में कोन कोन बौद्धिक जो भी मदद कर सकते हैं उसकी एक विस्तृत रिपोर्ट में देखें 6 महीने में क्या बदलाव हो सकता है जनता की भलाई के लिए कृषि प्रधान देश में कृषि फैक्ट्री बंद कर दी गई सभी फैक्ट्री को अदानी अडानी अंबानी को सस्ती भाव में बेची गई सबसे बड़ा बीएसएनल देश के लिए फयदेमंद था वह भी अंबानी को सपोर्ट कर दिया यह हमारे देश का विकास है मुंबई शहर में सबसे बड़े-बड़े फैक्ट्री बंद कर दी कहीं गुजरात को चली गई और करोड़ों रुपए की फैक्ट्री की जमीन अधिग्रहण करके दलालों को बेची गई मजदूर संघर्षों का परिणाम सरकार ने लाखों मजदूर अधिकारी घर को बैठा दिया कहीं मजदूर बेरोजगार हो गए संविधान की विरोध में कांग्रेस और बीजेपी ने भारत देश में खजगीकरण कर दिया संविधान का फायदा सिर्फ उच्च वरणीय ले सकते हैं ऐसा सामने दिख रहा है? जनता के लिए संविधान नहीं दिया इसलिए आज भारत देश पर 200 अरब डॉलर का कर्ज हो गया इसलिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने जो शिवशाही प्रस्तावित किया था वही बाबा साहब ने संविधान में लिख दिया लेकिन हमारी जनता को ना समझने के कारण आज देश की हालत गंभीर हो गई Dr. Ambedkar’s warning demonstrated his visionary foresight, recognizing that future legislators could pervert the Constitution’s spirit without changing its form-and these concerns have since proven true !





